मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बरगढ़ जिले के घेंस में आयोजित राज्यस्तरीय वीरता दिवस एवं शहीद माधो सिंह की स्मृति सभा में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने शहीद माधो सिंह की स्मृति में 6.26 करोड़ की लागत से स्मारक निर्माण की घोषणा की, जिसमें प्रतिमा, स्वागत द्वार (मार्की) और एक सामुदायिक केंद्र शामिल होगा।
राज्य सरकार बरपुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना के तहत शहीद माधो सिंह के जन्मस्थान का विकास करेगी, जिस पर 15 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा, घेंस कॉलेज का नाम बदलकर शहीद माधो सिंह मेमोरियल कॉलेज किया गया है और 4.40 करोड़ की लागत से एक छात्रा छात्रावास का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने शहीद माधो सिंह के बलिदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसा त्याग भारत के इतिहास में विरल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महान विभूतियों के जन्मस्थलों के विकास और उनके योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि ‘शहीद माधो सिंह हाथ खर्च योजना’ का उद्देश्य आदिवासी छात्रों में स्कूल छोड़ने की प्रवृत्ति को रोकना है, जिसके तहत उन्हें 5,000 की सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने घेंस क्षेत्र में सुभद्रा योजना और लखपति दीदी योजना जैसी विकास योजनाओं का उल्लेख किया, जिनसे स्थानीय लोगों को लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 2036 तक विकसित ओडिशा के लिए तैयार रोडमैप में घेंस क्षेत्र की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों से अपील की कि वे यहां के महान सपूतों और संतों के मार्ग पर चलें, मातृभूमि के प्रति समर्पित भावना बनाए रखें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत और समृद्ध ओडिशा के सपने को साकार करने में अपना सशक्त योगदान दें।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने शहीद माधो सिंह के परिवार से उनके आवास पर मुलाकात की।
इस अवसर पर बरगढ़ सांसद प्रदीप पुरोहित, पंचायती राज मंत्री रबि नारायण नायक, बरगढ़ विधायक अश्विनी कुमार षड़ंगी, अताबिरा विधायक निहार रंजन महानंद, भटली विधायक इराशिस आचार्य, बीजेपुर विधायक सनत कुमार गड़तिया, पदमपुर विधायक वर्षा सिंह बरिहा, प्रख्यात कोसली कवि पद्म डॉ. हलधर नाग, शहीद माधो सिंह के भतीजे लोकेश्वर सिंह बरिहा तथा जिला कलेक्टर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।