ओडिशा विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष विभूति भूषण सिंह मर्दराज का बुधवार रात भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनका यहां हृदय संबंधी जटिलताओं का इलाज चल रहा था। वह 70 वर्ष के थे।
खंडपड़ा के राजा मर्दराज ओडिशा की राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति थे। वे तीन बार (1980, 1985 और 1995) विधानसभा के लिए चुने गए और मंत्री तथा अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वे कई वर्षों तक कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे।
मर्दराज के निधन से राज्य के राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ गई है। ओडिशा की राजनीति और शासन में उनके योगदान को आने वाले वर्षों तक याद किया जाएगा। मर्दराज के निधन पर विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।