अलग 'कोशल' राज्य के निर्माण की मांग को लेकर शनिवार को पश्चिमी ओडिशा के 11 जिलों में बंद का ऐलान किया गया है। विशेष राज्य के दर्जे के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए कोशल राज्य मिलित क्रियानुष्ठान कमेटी के बैनर तले दिए गए बंद के आह्वान को कांग्रेस और भाजपा सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया है।
प्रदर्शनकारियों को बरगढ़, बलांगीर और कलाहांडी जिलों में कई स्थानों पर सुबह 6 बजे से धरना देते देखा गया। बंद के कारण कई पश्चिमी जिलों में वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई, दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।
आंदोलनकारियों का आरोप है कि राज्य सरकार कई क्षेत्रों में लगातार पश्चिमी क्षेत्र की उपेक्षा कर रही है। ओडिशा के पश्चिमी भाग का विकास तभी हो सकता है जब एक अलग राज्य बनेगा।
कोशल राज्य मिलित क्रियानुष्ठान कमेटी ने धमकी दी है कि अगर सरकार उनकी मांग पूरी करने में विफल रहती है तो आने वाले दिनों में आंदोलन तेज किया जाएगा।
हालांकि, इस इस बंद का संबलपुर में कोई प्रभाव नहीं देखा गया क्योंकि जिला कथित तौर पर विरोध में शामिल नहीं हुआ है। हीराखंड सामुख्य और संबलपुरी भाषा एवं संस्कृति परिषद ने बंद का विरोध किया है। संबलपुर शहर में दुकानें, स्कूल और कॉलेज खुले पाए गए।