केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने कटक की ऐतिहासिक बाली यात्रा को ‘राष्ट्रीय दर्जा’ प्रदान किया है। संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में इसकी घोषणा की है। मंत्रालय ने इस संबंध में एक अधिसूचना भी जारी की है। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के सबसे बड़े व्यापार मेले को राष्ट्रीय दर्जा देने का वादा किया था। इस कदम का उद्देश्य ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना और राज्य के प्रमुख वाणिज्यिक मेले को और अधिक लोकप्रिय बनाना है। पीएम मोदी ने अपने मन की बात रेडियो कार्यक्रम और राष्ट्रीय व्यापार मेले सहित विभिन्न कार्यक्रमों में बाली यात्रा का उल्लेख करते हुए लगातार इसके महत्व पर प्रकाश डाला है। उन्होंने 2023 में इंडोनेशिया की अपनी यात्रा के दौरान भी इस उत्सव के बारे में बात की। कटक बाली यात्रा के लिए यूनेस्को से मान्यता प्राप्त करने के प्रयास चल रहे हैं। इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर एक समिति का गठन किया गया है।
कलेक्टर दत्तात्रेय भाऊसाहेब शिंदे ने बताया कि बाली यात्रा को विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों में प्रचारित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। पिछले साल कटक में बाली यात्रा के उद्घाटन समारोह में 14 देशों के राजदूत और प्रतिनिधि अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। यह उत्सव ओडिशा के समृद्ध समुद्री इतिहास का जश्न मनाता है और दक्षिण पूर्व एशिया के साथ भारत के ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंधों का स्मरण कराता है। बाली यात्रा को राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मान्यता मिलने से ओडिशा और अन्य राज्यों के साथ-साथ दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।