वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री समीर डे का सोमवार को कटक में निधन हो गया। वह 67 वर्ष के थे। समीर डे का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
रिपोर्ट्स के अनुसार एक नवंबर को स्वास्थ्य खराब होने के बाद डे को कटक के सीडीए क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सूत्रों ने बताया कि समीर डे, जिन्हें प्यार से दादा कहा जाता था, निमोनिया और अन्य बीमारियों से पीड़ित थे।
10 जनवरी, 1957 को जन्मे समीर डे लगातार तीन चुनावों - 1995, 2000 और 2004 में ओडिशा विधानसभा विधायक चुने गए थे। भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हुए डे कटक निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे।
उन्होंने राज्य में बीजद-भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान उच्च शिक्षा और शहरी विकास मंत्री के रूप में कार्य किया था।
पेशे से वकील डे 2000-04 तक नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले पहले मंत्रालय में शहरी विकास मंत्री थे। इसके बाद उन्होंने 2004-09 तक शहरी विकास मंत्री के रूप में कार्य किया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 1995 में कटक को भाजपा का गढ़ बनाने वाले समीर डे ही थे। इससे पहले भाजपा को 'पश्चिम ओडिशा की पार्टी' कहा जाता था।
समीर डे के निधन पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी समेत पार्टी के तमाम नेताओं ने दुख प्रकट किया है।