मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ओडिशा विधानसभा में बताया कि एक जनवरी, 2020 से 31 दिसंबर, 2024 के बीच 74 नक्सलियों और मिलिशिया ने आत्मसमर्पण किया है। इसके बाद वे समाज की मुख्यधारा में फिर से शामिल हो गए हैं।
बड़ंबा के निर्दलीय विधायक बिजय कुमार दलबेहरा के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि आत्मसमर्पण करने वाले 74 माओवादियों में से 50 के पुनर्वास पर 1,49,44,000 रुपये खर्च किए गए हैं। उन्हें राज्य सरकार की “आत्मसमर्पण और पुनर्वास योजना” में उल्लिखित मानदंडों के तहत पात्र माना गया था।