बालेश्वर स्थित फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज के 20 वर्षीय छात्रा की मौत पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, उपमुख्यमंत्री प्रभाति परिड़ा और उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने छात्रा की मौत पर शोक प्रकट किया है। छात्रा ने कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में 12 जुलाई को परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया था। सोमवार देर रात एम्स भुवनेश्वर में उसने दम तोड़ दिया।
मुख्यमंत्री माझी ने ट्वीट कर कहा कि वह छात्रा की मौत से "बेहद दुखी" हैं। सरकार और विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम के सभी प्रयासों के बावजूद, उसे बचाया नहीं जा सका।
उन्होंने कहा कि मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि वे शोक संतप्त परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
वहीं, डिप्टी सीएम प्रभाति परिड़ा ने भी छात्रा की मौत पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि मैं परिवार को आश्वस्त करती हूं कि सभी ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मैंने व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि दोषियों को क़ानून की पूरी सज़ा मिले। इस दुख की घड़ी में सरकार परिवार के साथ पूरी तरह खड़ी है। सरकार और मेडिकल टीम के तमाम प्रयासों के बावजूद, उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। मैं उसकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूँ और उसके परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूँ।
इसके अलावा उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने इस घटना को "हृदय विदारक" बताया और राज्य सरकार की न्याय के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि हमने जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कड़ी से कड़ी सज़ा सुनिश्चित करने के लिए कार्यवाही शुरू कर दी है। जो हुआ वह कभी नहीं होना चाहिए था। हम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस त्रासदी की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। प्रभु इस कठिन समय में परिवार को शक्ति प्रदान करें।
इस घटना से जनता में आक्रोश फैल गया है तथा शैक्षणिक संस्थानों में परिसर की सुरक्षा और उत्पीड़न की शिकायतों के निपटान को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं।