राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने गुरुवार को कहा कि ओडिशा आपदा तैयारियों को मज़बूत करने के लिए 800 अतिरिक्त चक्रवात आश्रयों का निर्माण करेगा।
नई दिल्ली की अपनी यात्रा के दौरान, पुजारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और चक्रवातों व बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति ओडिशा की अत्यधिक संवेदनशीलता का हवाला देते हुए औपचारिक रूप से यह मांग रखी। उन्होंने राज्य की आपदा संबंधी ज़रूरतों का विवरण देने वाली सात पुस्तिकाएं प्रस्तुत कीं और केंद्र से अधिक सहायता की मांग की।
मंत्री ने कहा कि प्रस्तावित चक्रवात आश्रय बहुउद्देशीय डिज़ाइन के होंगे। ये आपदा-प्रवण क्षेत्रों में स्कूलों के पास बनाए जाएंगे, जो चक्रवातों और बाढ़ के दौरान लोगों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल के रूप में काम करेंगे और सामान्य समय में स्कूली गतिविधियों और सामुदायिक समारोहों के लिए उपयोग किए जाएंगे। पुजारी ने बताया कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि आश्रय बेकार पड़े रहने के बजाय कार्यात्मक और रखरखाव योग्य बने रहें।
इसके अलावा, पुजारी ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए पूर्व चेतावनी प्रणालियों के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
चक्रवातों और बाढ़ के दौरान बिजली क्षेत्र को हुए भारी नुकसान पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भूमिगत बिजली लाइनें बिछाने का प्रस्ताव रखा, जिसकी प्रारंभिक लागत 7,500 करोड़ होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि हमने इस परियोजना के कार्यान्वयन के लिए केंद्र से सहयोग का अनुरोध किया है, क्योंकि आपदा के बाद की स्थिति से निपटने में लंबे समय तक बिजली गुल रहना एक बड़ी चुनौती है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रस्तावों पर विचार करने का आश्वासन दिया है।