पूर्वी क्षेत्र के नागरिक उड्डयन मंत्रियों का सम्मेलन सोमवार को भुवनेश्वर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पूर्वी भारत में नागरिक उड्डयन क्षेत्र को मज़बूत करने के अवसरों और चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्य मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और इस क्षेत्र के उद्योग जगत के प्रमुख इस उच्च-स्तरीय कार्यक्रम में एकत्रित होंगे।
इस सम्मेलन में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू किंजरापु की उपस्थिति में इसका उद्घाटन किया जाएगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत नागरिक उड्डयन मंत्रालय के संयुक्त सचिव मधु सुदन शंकर के स्वागत भाषण से होगी, जिसके बाद ओडिशा सरकार के वाणिज्य एवं परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव उषा पाढ़ी राज्य के दृष्टिकोण को साझा करेंगी।
दिन भर चलने वाले इस विचार-विमर्श में हवाई अड्डे और हेलीपोर्ट विकास मॉडल, उड़ान योजना और क्षेत्रीय संपर्क, विमानन में कौशल विकास, ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार और हेलीकॉप्टर आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं (HEMS) के भविष्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी।
छह प्रतिभागी राज्यों के साथ समर्पित व्यक्तिगत सत्रों में क्षेत्र-विशिष्ट विमानन प्राथमिकताओं और नीतिगत समर्थन पर प्रकाश डाला जाएगा, जबकि समानांतर उद्योग बातचीत में विमानन पारिस्थितिकी तंत्र में निवेश, सार्वजनिक-निजी भागीदारी और सहयोग के अवसर तलाशे जाएंगे।
छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के साथ-साथ ओडिशा के विमानन क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल इस चर्चा में भाग लेंगे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA), भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI), नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) और हवाई अड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकरण (AERA) के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे, जिससे यह सम्मेलन संवाद और निर्णय लेने के लिए एक व्यापक मंच बन जाएगा।
पूर्ण सत्र में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा का उद्घाटन भाषण होगा, जिसके बाद छत्तीसगढ़ के मंत्री ओम प्रकाश चौधरी और ओडिशा सरकार के वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना विशेष संबोधन देंगे।
सम्मेलन का समापन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु के समापन भाषण से होगा, जिसमें वे क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने, विमानन अवसंरचना के आधुनिकीकरण और पूर्वी भारत में ड्रोन एवं आपातकालीन हवाई सेवाओं में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालेंगे।
इस ऐतिहासिक सम्मेलन की मेजबानी कर ओडिशा पूर्वी भारत के एक उभरते विमानन केंद्र और देश के नागरिक उड्डयन विकास की कहानी को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में अपनी भूमिका की पुष्टि करता है।