कामाख्यानगर के पूर्व विधायक प्रसन्न पटनायक का गुरुवार रात भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। पटनायक 74 वर्ष के थे। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से राज्य के पहले विधायक थे।
कामाख्यानगर निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे पटनायक दो बार भाजपा से और एक बार बीजू जनता दल से चुने गए थे। वे अपने विकासोन्मुखी कार्यों के लिए जाने जाते थे और अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के बीच लोकप्रिय थे। वंचितों के उत्थान के लिए उनके अथक प्रयासों ने उन्हें लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान दिलाया।
राज्य के विकास में उनके अपार योगदान को स्वीकार करते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
वे ओडिशा के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। पटनायक को ओडिशा विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पहले प्रतिनिधि होने का महत्वपूर्ण गौरव प्राप्त हुआ। उन्होंने राज्य से पहले भाजपा विधायक के रूप में इतिहास रच दिया।
उनकी राजनीतिक यात्रा 1977 में शुरू हुई जब वे भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हुए विधायक चुने गए। पटनायक की विरासत 1985 में भाजपा के बैनर तले कामाख्यानगर निर्वाचन क्षेत्र से उनके सफल चुनावों और 1990 में एक बार फिर से उनके द्वारा जीते गए चुनावों से और मजबूत हुई। वे कामाख्यानगर निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए।