बिहार के बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में हुए ट्रिपल मर्डर ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी है। इस जघन्य हत्याकांड ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों ने इस घटना के लिए स्थानीय पुलिस की लापरवाही और पक्षपात को जिम्मेदार ठहराया है। फिलहाल इस मामले में एक गिरफ्तारी की गई है।इस मामले में चौकीदार रितेश पांडेय की लापरवाही सामने आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। बक्सर पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल के अनुसार, 23 मई को दो पक्षों के बीच हुए झगड़े की सूचना अगर चौकीदार ने समय पर थाने को दी होती तो 24 मई को यह बड़ी घटना शायद टल सकती थी। इस लापरवाही के चलते चौकीदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। अहियापुर गांव में हुई इस घटना के बाद ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के सामने स्थानीय थानेदार और सरकारी तंत्र की पोल खोल दी। घटनास्थल पर पहुंचे जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल, पुलिस कप्तान शुभम आर्य, शाहाबाद रेंज के डीआईजी सत्य प्रकाश, स्थानीय विधायक विश्वनाथ राम और डुमरांव विधायक अजित कुशवाहा के सामने ग्रामीणों ने अपनी नाराजगी जाहिर की।
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण यह हत्याकांड हुआ है।पीड़ित परिवार और ग्रामीणों ने स्थानीय थानेदार संतोष यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि थानेदार हत्या के आरोपियों मनोज यादव और संतोष यादव के घर शराब और मटन पार्टी करते थे। ग्रामीणों ने बताया कि थानेदार दबंगों से मिले हुए हैं, जिसके कारण उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। सरकारी जमीन और सामुदायिक भवन पर कब्जे की शिकायतों को भी अनसुना किया गया।