बदलते जमाने में सबसे अधिक समस्या पत्थरबाजी से जिला प्रशासन को हुई है। इसे देखते हुए रामनवमी जुलूस मार्ग के प्रत्येक घर के छत का निगरानी ड्रोन कैमरे से किया जा रहा है। हजारीबाग जिला प्रशासन शहर से लेकर गांव तक ड्रोन के माध्यम से हर के घर की तलाशी ले रही है। रामनवमी जुलूस के दौरान अगर कोई भी असामाजिक तत्व अशांति फैलाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हजारीबाग जिला प्रशासन हर एक बिंदुओं पर काम कर रही है। इसी क्रम में शहर से लेकर गांव तक जिस रास्ते से जुलूस गुजरेगी उन उसे सड़क की निगरानी ड्रोन से की जा रही है। सभी घर के छत का तलाशी ड्रोन के माध्यम से की जा रही है।हजारीबाग के विभिन्न मार्ग जिसमें जमा मस्जिद रोड, झंडा चौक, पेलावल, गवाटोली, इंद्रपुरी चौक समेत कई इलाकों के छत का तलाशी लिया गया है। अगर किसी के छत पर ईंट पत्थर या कोई अन्य आपत्तिजनक सामान देखा जा रहा है तो उसे हिदायत भी दी जा रही है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रथम चरण में सभी घरों का तलाशी का काम हो चुका है। दूसरे चरण की तैयारी चल रही है। पहले चरण में जिसके घर में भी पत्थर या ईंट देखा गया था उसे नोटिस दिया गया है। दूसरे चरण में पत्थर और ईंट देखी जाएगी तो उस पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। हजारीबाग जिला में 15 ड्रोन कैमरे से छत की तलाशी का काम किया जा रहा है। प्रशासन का यह भी कहना है कि घर में भी कोई भी व्यक्ति ईंट पत्थर जैसे आपत्तिजनक सामान जमा करके नहीं रखेंगे।
दरअसल पिछले दिनों हजारीबाग के जामा मस्जिद रोड के निकट मंगला जुलूस के दौरान पथराव की घटना हुई थी। इसके बाद जिला प्रशासन इस बिंदु पर बहुत अधिक सक्रिय दिख रही है। जिला प्रशासन में स्पष्ट कर दिया है कि रामनवमी जुलूस के दौरान उपद्रव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया ड्रोन आज के समय में काफी मददगार साबित हो रहा है। ड्रोन के जरिए जुलूस पर तो नजर रखी जाएगी। साथ ही संवेदनशील और जुलूस मार्ग के हर एक घर के छत की तलाशी भी ली जा रही है। कोई भी व्यक्ति आपत्तिजनक सामान अपने घर के छत पर रखेगा तो उसके ऊपर कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आपसी प्रेम और सद्भावना के साथ त्योहार मनाए। त्यौहार में द्वेष की जगह नहीं है।