छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहली बार घरों तक पाइपलाइन के जरिए कुकिंग गैस की सप्लाई शुरू होने वाली है। इस सुविधा के तहत हर घर में मीटर लगाया जाएगा, जिससे उपभोक्ताओं को उतनी ही कीमत चुकानी होगी, जितनी गैस वे इस्तेमाल करेंगे। यह गैस एलपीजी से सस्ती होगी, जिससे लोगों को आर्थिक रूप से भी फायदा होगा। 1 लाख घरों में इसी तैयारी पूरी कर ली गई है और पीएम मोदी ने अपने भाषण में इसे 2 लाख घरों तक पहुंचाने के लक्ष्य के बारे में बताया है। गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को 2025 में शुरू किया जाएगा और पहले चरण में 1 लाख घरों को इसका लाभ मिलेगा। पाइपलाइन सीधे घरों में चूल्हों से जोड़ी जाएगी, जिससे कुकिंग गैस की सप्लाई सुनिश्चित होगी। इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए गेल इंडिया लिमिटेड और हरियाणा गैस एजेंसी के अधिकारियों ने कुछ महीने पहले ही मीटिंग भी की थी।
इस प्रोजेक्ट के तहत गाड़ियों के लिए सीएनजी स्टेशन भी बनाए जाएंगे, जिससे सीएनजी वाहनों की सुविधा बढ़ेगी। रायपुर के अलावा, इस पाइपलाइन को आगे अन्य शहरों तक भी बढ़ाया जाएगा।
सीएनजी गैस पाइप लाइन के फायदेः-
ü एलपीजी से 25-30 प्रतिशत तक सस्ती।
ü नेचुरल गैस होने के कारण सुरक्षित – हवा से हल्की होती है, जिससे लीकेज की स्थिति में यह जल्दी घुल जाती है।
ü 99 प्रतिशत जलने की क्षमता – प्रदूषण ना के बराबर।
ü पाइपलाइन से सीधी सप्लाई – गैस खत्म होने की चिंता नहीं।
ü मीटर की सुविधा – जितनी खपत, उतना ही बिल।