चक्रवात ‘मोंथा’ के नज़दीक आने के साथ ही ओडिशा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारी की है कि चक्रवात के दौरान और उसके बाद भी स्वास्थ्य सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रहें।
विभाग ने अपने सभी संसाधनों को सक्रिय कर दिया है, जिनमें ‘108’ और ‘102’ एम्बुलेंस, मोबाइल हेल्थ यूनिट्स (Mobile Health Units) और रैपिड एक्शन टीमें (Rapid Action Teams) शामिल हैं, जो कंट्रोल रूम के साथ घनिष्ठ समन्वय में कार्य करेंगी। मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे आस-पास के जिलों के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों (CDMOs) के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखें, ताकि विशेषज्ञ सलाह और सेवाएं सुनिश्चित की जा सकें।
अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक दवाइयों का पर्याप्त भंडारण किया गया है, जिनमें शामिल हैं-
3.71 करोड़ पैरासिटामॉल टैबलेट्स
1.87 करोड़ ओआरएस (ORS) घोल
3.82 करोड़ जिंक टैबलेट्स
इसके अलावा, सांप के काटने की दवा (एंटी-स्नेक वेनम), ब्लीचिंग पाउडर, ऑक्सीजन सिलिंडर, रक्त इकाइयां और रक्त उत्पाद भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए गए हैं।
विभाग ने आवश्यकता अनुसार आपातकालीन दवाइयां, मानव संसाधन और ट्रॉमा किट्स की आपूर्ति के लिए भी व्यवस्था की है। सभी जिला मुख्यालय अस्पतालों में 24 घंटे नियंत्रण कक्ष संचालित किए जा रहे हैं ताकि आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
इसके साथ ही, विभाग ने संभावित जलजनित और कीटजनित बीमारियों से निपटने की भी तैयारी की है। इसके लिए दवाइयों का भंडार और जागरूकता अभियान योजनाएं तैयार की गई हैं।
इन सभी तैयारियों के साथ, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि चक्रवात के दौरान और उसके बाद भी राज्य के लोगों को गुणवत्तापूर्ण और निरंतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहें।