ओडिशा विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सदन की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई। सदन की कार्यवाही शुरू होने के महज़ चार मिनट बाद ही हंगामे के कारण इसे दोपहर चार बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, बीजद के सदस्यों ने उर्वरक आपूर्ति में “गंभीर कमी” का मुद्दा उठाते हुए सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की और नारेबाजी करते हुए सदन के भीतर पहुंच गए। हंगामे के चलते प्रश्नोत्तरकाल बाधित हो गया और विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
अब विपक्ष में बैठी बीजद ने भाजपा नीत राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि कृषि के चरम मौसम में किसानों को पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध कराने में सरकार नाकाम रही है।
खबरों के मुताबिक, कई जिलों में किसान दिनों तक सहकारी समितियों में लाइन लगाने के बावजूद खाली हाथ लौट रहे हैं, जबकि सरकार लगातार पर्याप्त भंडार होने का दावा कर रही है।
उर्वरक आपूर्ति का मुद्दा इस बार के मानसून सत्र का प्रमुख विवादास्पद विषय बन गया है। बतादें कि विधानसभा का यह सत्र 25 सितंबर तक चलेगा।