पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों के बीच पुलिस ने शुक्रवार को एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने फेसबुक पर दावा किया था कि एसएलएसटी का प्रश्नपत्र उसे तृणमूल से जुड़े गिरोह ने उपलब्ध करवाया है और इसके लिए उसने पैसे भी दिए गये थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित की पहचान पश्चिम मेदिनीपुर जिले के चंद्रकोणा निवासी अरिंदम पाल के रूप में हुई है। उसने खुद को शिक्षक भर्ती परीक्षा का अभ्यर्थी और एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ बताया था। जांच में खुलासा हुआ कि वह न तो मुर्शिदाबाद का रहने वाला है, जैसा उसने पोस्ट में दावा किया था और न ही एसएलएसटी परीक्षा के लिए पंजीकृत उम्मीदवार है। पुलिस ने शुक्रवार को जारी अपने एक बयान में कहा है कि आरोपित ने यह झूठी पोस्ट सिर्फ उम्मीदवारों के बीच संदेह और आशंका पैदा करने तथा सात और 14 सितम्बर को होने वाली परीक्षा की प्रक्रिया को बाधित करने के इरादे से की थी। उसे पुलिस हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस मामले में भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि उत्तरी 24 परगना जिले में परीक्षा का प्रश्नपत्र 50 हजार रुपये तक में बेचा जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि उनके पास इस संबंध में एक ऑडियो क्लिप भी मौजूद है। हालांकि, पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) ने सभी आशंकाओं को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि सात और 14 सितम्बर को होने वाली दोनों परीक्षाओं के प्रश्नपत्र पूरी तरह सुरक्षित और सुरक्षित स्थान पर रखे गए हैं। गौरतलब है कि इस बार एसएलएसटी परीक्षा के जरिए 35 हजार 726 शिक्षकों की नियुक्ति कक्षा 9-10 और 11-12 के लिए की जानी है।