ओडिशा के नवाचार और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि के रूप में शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान (शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान) डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी को भारत सरकार के नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन से अटल इनक्यूबेशन सेंटर – सोआ फाउंडेशन (AIC–SOA Foundation) स्थापित करने के लिए प्रतिष्ठित ग्रांट-इन-एड मंजूरी प्राप्त हुई है।
यह ओडिशा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि सोआ अब राज्य का तीसरा अटल इनक्यूबेशन सेंटर बन गया है, जो नवाचार-आधारित उद्यमिता के माध्यम से “विकसित भारत 2047” के विज़न को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर एआईसी बोर्ड रूम में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कुलपति प्रो. प्रदीप्त कुमार नंद ने अनुदान आवेदन से लेकर स्वीकृति प्राप्ति तक विश्वविद्यालय की यात्रा साझा की। उन्होंने प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाने वाले शिक्षकों और नेतृत्व टीम के अथक प्रयासों की सराहना की।
प्रो. नंद ने सोआ के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मनोजरंजन नायक के दूरदर्शी मार्गदर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता के प्रति समर्पण विश्वविद्यालय को नवाचार-प्रधान शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय अग्रणी संस्थान बनने की दिशा में निरंतर प्रेरित कर रहा है।
कार्यक्रम में एआईसी–सोआ फाउंडेशन के निदेशक प्रो. मानस कुमार मलिक भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह नवस्वीकृत इनक्यूबेशन सेंटर ओडिशा और पूर्वी भारत में हेल्थटेक, एग्रीटेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग, क्लीनटेक और सोशल इनोवेशन जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देगा।
प्रो. रेनू शर्मा ने सभी अतिथियों और शिक्षकों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की सकारात्मक शुरुआत की, जबकि नवाचार एवं उद्यमिता के उपमहाप्रबंधक राजीव कुमार ने अटल इनोवेशन मिशन की व्यापक दृष्टि और भारत की नवाचार-आधारित अर्थव्यवस्था की रूपरेखा में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
एआईसी-सोआ फाउंडेशन की यात्रा वर्ष 2022 में शुरू हुई थी। प्रो. गौतम रथ, डॉ. मनीषा आचार्य, प्रो. नरेश साहू, प्रो. रेनू शर्मा, अशोक नायक (उपमहाप्रबंधक – कौशल विकास एवं कॉर्पोरेट संबंध) तथा विश्वविद्यालय नेतृत्व के समर्पित प्रयासों के परिणामस्वरूप ओआईएम का विश्वास और मान्यता प्राप्त हुई। इसके तहत 10 करोड़ रुपये की अनुदान राशि स्वीकृत की गई है, जिसमें से प्रथम किश्त जारी हो चुकी है।
पूरी प्रक्रिया के दौरान एआईएम टीम द्वारा प्रदान किए गए सतत मार्गदर्शन और सहयोग के लिए कृतज्ञता व्यक्त की गई। यह उपलब्धि पूरे विश्वविद्यालय परिवार के सामूहिक प्रयास का परिणाम मानी जा रही है।
एआईसी-सोआ फाउंडेशन की स्थापना के साथ, सोआ विश्वविद्यालय अब ओडिशा और भारत के विभिन्न हिस्सों में नवाचार को बढ़ावा देने, स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने, रोजगार सृजन करने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए तैयार है।