एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण में अष्टधातु से बनी गोपालजी मंदिर की 12 चोरी हुई प्रतिमाएं 42 वर्षों बाद सोनपुर वापस लौटीं। वर्ष 1983 में मंदिर से चोरी हुई ये प्रतिमाएं हाल ही में भुवनेश्वर के मालखाना से कड़ी सुरक्षा के बीच यहां लाई गईं।
प्रतिमाओं की वापसी पर जनसमुदाय ने ज़ोरदार स्वागत किया और जिला कलेक्टर नृपराज साहू का भव्य स्वागत किया गया।
सूत्रों के अनुसार, अदालत के आदेश पर फिलहाल इन प्रतिमाओं को जिला कोषागार में 24घंटे पुलिस सुरक्षा और सीसीटीवी निगरानी में रखा गया है।
गौरतलब है कि सीबीआई ने दिल्ली से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उन्हीं से प्रतिमाएं बरामद की गईं। बरामदगी के बाद प्रतिमाओं को भुवनेश्वर मालखाना भेजा गया था। प्रतिमाओं को वापस लाने के लिए जिला प्रशासन कलेक्टर साहू के नेतृत्व में लगातार प्रयासरत रहा, जिसमें उप-कलेक्टर डॉ. सौम्य रूप रथ ने प्रक्रिया को तेज़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कलेक्टर साहू ने आम जनता और कानूनी टीम, विशेषकर अधिवक्ता अभिलाष, का आभार व्यक्त किया, जिनके प्रयासों से प्रतिमाएं वापस लाना संभव हुआ। जनसामान्य से विचार-विमर्श के बाद उपयुक्त तिथि तय कर प्रतिमाओं को पुनः गोपालजी मंदिर में प्रतिष्ठित किया जाएगा।
प्रतिमाओं की घर-वापसी ने सोनपुर के लोगों में अपार खुशी भर दी है, जो इस क्षण का चार दशकों से इंतज़ार कर रहे थे।