मलकानगिरी में हाल ही में हुई हिंसा पर तैयार की गई रिपोर्ट शुक्रवार को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को सौंपी गई।
सूत्रों के अनुसार, उप मुख्यमंत्री केवी सिंहदेव और मंत्री गोकुलानंद मलिक ने संयुक्त रूप से यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी। दोनों मंत्री इससे पहले मलकानगिरि जाकर जमीनी स्थिति का निरीक्षण कर चुके थे।
जानकारी के मुताबिक, जिले में एक भू-स्वामी की साझेदारी वाली खेती (शेयरक्रॉपिंग) को लेकर विवाद के चलते हत्या (सर कलम करने की घटना) के बाद तनाव बढ़ गया था। यह संघर्ष एमवी-26 और राखलगुड़ा नामक दो गांवों के बीच भड़का था। घटना के बाद शांति बहाल करने के लिए प्रशासन ने कई स्तरों पर कदम उठाए।
इसके पहले, केवी सिंहदेव खुद घटनास्थल पहुंचे और विवाद में शामिल दोनों पक्षों के साथ विस्तृत चर्चा की। उन्होंने एमवी-26 और राखलगुड़ा के लोगों से मुलाकात कर आपसी सहमति और दीर्घकालिक शांति का रास्ता तैयार करने की कोशिश की।
दक्षिण राजस्व संभाग आयुक्त (RDC) ने भी प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का प्रत्यक्ष आकलन किया। उनके साथ जिला कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। आरडीसी ने एमवी-26 के ग्रामीणों से बातचीत की और क्षेत्र की कानून-व्यवस्था की समीक्षा की।
प्रारंभिक मूल्यांकन के अनुसार, जिले में अशांति से जुड़ी आगजनी की घटनाओं में लगभग 3.4 करोड़ रुपये की संपत्ति क्षति का अनुमान है। सरकार ने प्रभावित घरों के नुकसान का आकलन करने के लिए चार टीमें गठित की हैं। ग्रामीणों को कंबल वितरित कर दिए गए हैं और उन्हें कल तक अतिरिक्त खाना पकाने का सामान भी प्रदान किया जाएगा।