वाहन प्रदूषण पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से ओडिशा के परिवहन मंत्री विभूति जेना ने घोषणा की है कि जिन वाहनों के पास वैध प्रदूषण प्रमाणपत्र (PUC) होगा, उन्हें जल्द ही ग्रीन स्टिकर लगाना अनिवार्य किया जाएगा। यह पहल आगामी सड़क सुरक्षा माह के साथ शुरू की जाएगी और इसका उद्देश्य उत्सर्जन मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करना है। मंत्री जेना ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिन वाहनों के पास प्रदूषण प्रमाणपत्र नहीं होगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने पर्यावरण नियमों के पालन के महत्व पर जोर दिया। यह कदम राज्य में वायु गुणवत्ता और सड़क सुरक्षा में सुधार के प्रयासों का हिस्सा है।
परिवहन मंत्री ने वर्ष 2019 में लगाए गए बढ़े हुए जुर्माने पर भी पुनर्विचार करने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि हम जुर्माने को कम करने की कोशिश करेंगे, जो फिलहाल अन्य राज्यों की तुलना में अधिक हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नए और पुराने, दोनों प्रकार के वाहनों की जांच की जा रही है और नियमों के पालन का प्रमाण सत्यापित किया जा रहा है।
ग्रीन स्टिकर की शुरुआत से उन वाहनों की पहचान करना आसान हो जाएगा, जो प्रदूषण मानकों पर खरे उतरते हैं, जिससे संबंधित विभागों को नियमों के प्रभावी क्रियान्वयन में सुविधा मिलेगी।