सोआ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी (SOA) के पशु चिकित्सा संकाय अंतर्गत इंस्टिट्यूट ऑफ वेटरनरी साइंसेज़ एंड एनिमल हसबैंड्री (IVSAH) ने पालतू कुत्तों और बिल्लियों की बेहतर देखभाल और प्रबंधन के लिए एक स्पा और ग्रूमिंग सेंटर की शुरुआत की है।
IVSAH के डीन प्रो. सुशांत कुमार दास ने बताया कि इस केंद्र में विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की प्रत्यक्ष निगरानी में अत्यंत कुशल और प्रशिक्षित पेशेवर ग्रूमर्स सेवाएं प्रदान करेंगे।
सोआ के कुलपति प्रो. प्रदीप्त कुमार नंद ने कहा कि पशु और पक्षी ईश्वर की सृष्टि हैं, जो अपनी पीड़ा और समस्याओं को व्यक्त नहीं कर सकते। जब वे कष्ट में होते हैं, तब उनकी समस्या और दर्द को समझना पशु चिकित्सकों की जिम्मेदारी होती है। यह नया केंद्र ऐसे मूक जीवों की पीड़ा को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
प्रो. दास ने बताया कि इस केंद्र की खासियत यह है कि यहां आधुनिक सुविधाओं से लैस वातानुकूलित (एयर-कंडीशन्ड) यूनिट्स उपलब्ध हैं।
बालों का झड़ना, तेल या कान के मैल (ईयर वैक्स) का स्राव तथा बालों और नाखूनों की वृद्धि प्राकृतिक प्रक्रियाएं हैं, लेकिन यदि इन पर उचित ध्यान न दिया जाए तो यह अस्वस्थ स्थिति पैदा कर सकती हैं। IVSAH के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रो. निरंजन साहू ने कहा कि ये परजीवी खून चूसते हैं, शरीर के बालों को नुकसान पहुंचाते हैं, एलर्जी उत्पन्न करते हैं और बेबीसियोसिस, एनाप्लाज्मोसिस तथा एरलिचियोसिस जैसी घातक बीमारियों को फैलाते हैं, जो कई बार जानलेवा साबित होती हैं और कई अंगों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए पालतू जानवरों की नियमित देखभाल और निगरानी अत्यंत आवश्यक है।
प्रो. साहू ने बताया कि केंद्र में उपलब्ध सेवाओं में सभी नस्लों- छोटे, मध्यम और बड़े कुत्तों व बिल्लियों के लिए नहलाना, बाल काटना, नाखून काटना, कान की सफाई, फेस स्टाइलिंग, उलझे बाल सुलझाना और बालों की ब्रशिंग शामिल हैं। पालतू जानवरों के मालिक अपनी पसंद और आवश्यकता के अनुसार लंबे बालों वाली नस्लों के लिए अलग-अलग प्रकार के हेयरकट भी करवा सकते हैं। इसके अलावा, मालिकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विशेष ऐड-ऑन सेवाओं की भी सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि पेशेवरों द्वारा शरीर के बालों, कानों और नाखूनों की उचित देखभाल से कई सकारात्मक स्वास्थ्य लाभ होते हैं। नियमित ब्रशिंग से बालों के उलझने (मैटिंग) की समस्या नहीं होती, मृत त्वचा और गंदगी हटती है, रक्त संचार बेहतर होता है, बालों का झड़ना कम होता है और त्वचा का स्वास्थ्य सुधरता है।
यह सेवाएं सप्ताह के सभी कार्यदिवसों में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपलब्ध रहेंगी। पालतू जानवरों के मालिक सोआ यूनिवर्सिटी के कैंपस-4 स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ वेटरनरी साइंसेज़ एंड एनिमल हसबैंड्री से संपर्क कर सकते हैं या मोबाइल नंबर 76089 21777 पर कॉल कर सकते हैं।