पश्चिम बंगाल में 2026 में आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर दो प्रमुख दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (तृणमूल कांग्रेस) लगातार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला अभिनेता से नेता बने बॉलीवुड स्टार मिथुन चक्रवर्ती और तृणमूल के पूर्व राज्यसभा सांसद कुणाल घोष के बीच देखने को मिला। भाजपा नेता और बालीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष पर 100 करोड़ रुपये का मानहानि मामला दायर किया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कुणाल ने साफ कर दिया है कि वे इस मामले से घबराने वाले नहीं हैं, बल्कि इसे उसी तरह लड़ेंगे जैसे उन्होंने सारदा चिटफंड जांच के दौरान किया था। उन्होंने इसे ‘राजीव कुमार मॉडल’ नाम दिया है।
साल 2019 में सारदा घोटाले की जांच के दौरान कुणाल घोष ने सीबीआई से आग्रह किया था कि उन्हें तत्कालीन पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाए। सीबीआई ने उनकी मांग मान ली और शिलॉन्ग में दोनों की आमने-सामने पूछताछ हुई। अब वही तरीका अपनाने की बात कुणाल मिथुन मामले में भी कह रहे हैं। कुणाल का कहना है, मैं अदालत से कहूंगा कि मुझे मिथुन दा के आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाए। वहां सीबीआई के एसपी भी मौजूद रहें। मेरे पास ऐसे गवाह हैं जो कोर्ट में पेश होकर मिथुन दा की स्थिति कमजोर कर देंगे।