ओडिशा के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) देश के युवाओं को अनुशासित, जिम्मेदार नागरिक और भविष्य के नेता बनाने में परिवर्तनकारी भूमिका निभा रही है। ओयूएटी ऑडिटोरियम में वे शनिवार को “एनसीसी- राष्ट्र निर्माण में एक बल गुणक” शीर्षक पर आयोजित राज्य स्तरीय सेमिनार को राज्यपाल संबोधित कर रहे थे।
यह कार्यक्रम एनसीसी निदेशालय, ओडिशा द्वारा आयोजित किया गया था और इसमें रक्षा, शिक्षा और प्रशासन से जुड़े विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाया गया था।
एनसीसी के बहुआयामी दृष्टिकोण की सराहना करते हुए ओडिशा के राज्यपाल ने इसे एक गतिशील युवा पहल बताया जो अभ्यास और वर्दी से परे है।
उन्होंने कहा कि एनसीसी युवा मन में अनुशासन, सेवा और राष्ट्र-प्रथम सोच के मूल्यों को स्थापित करती है, जो एक लचीले और प्रगतिशील भारत के निर्माण के लिए आवश्यक हैं। डॉ. कंभमपति ने संगोष्ठी में राष्ट्रीय सुरक्षा, युवा विकास, सांस्कृतिक एकीकरण और डिजिटल उपकरणों तथा सरकारी नीतियों की बढ़ती प्रासंगिकता सहित विविध विषयों पर चर्चा की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये चर्चाएं समाज और राष्ट्र की समकालीन आवश्यकताओं को संबोधित करने में एनसीसी की बढ़ती भूमिका को दर्शाती हैं।
संगोष्ठी के पहले सत्र के महत्व पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल ने कहा कि इसने प्रभावी रूप से दर्शाया कि कैसे एनसीसी युवा नागरिकों और सशस्त्र बलों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करती है। उन्होंने नेतृत्व विकास, चरित्र निर्माण और सामाजिक जिम्मेदारी पर संगठन के जोर की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि विशेष रूप से उल्लेखनीय है एनसीसी का समावेशी दृष्टिकोण - आदिवासी क्षेत्रों, दूरदराज के ग्रामीण इलाकों और शहरी केंद्रों के युवाओं को एक साथ लाना और युवा महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए सशक्त बनाना।
डॉ. कंभमपति ने कहा कि यह समावेशिता ओडिशा के व्यापक विकास लक्ष्यों के अनुरूप है और यह सुनिश्चित करती है कि हमारे युवाओं का कोई भी वर्ग पीछे न छूटे।
राज्यपाल ने एनसीसी अधिकारियों, कैडेटों और आयोजकों के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की और उनकी प्रतिबद्धता और जुनून की सराहना की। उन्होंने कहा कि आपका उत्साह और समर्पण भारत के भविष्य के लिए अपार आशा प्रदान करता है। डॉ. कंभमपति ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह सेमिनार न केवल ओडिशा में एनसीसी की भावना को मजबूत करेगा, बल्कि इसके आगे के विस्तार और राष्ट्रीय विकास पर प्रभाव के लिए उत्प्रेरक का काम भी करेगा।
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ सैन्य दिग्गजों, सरकारी अधिकारियों, विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेटों और एसोसिएट एनसीसी अधिकारियों ने भाग लिया, जिससे यह युवा सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण पर केंद्रित एक सार्थक सभा बन गई।