झारखंड में बिरसा मुंडा जी ने गरीबों और आदिवासियों के अधिकारों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। आज झारखंड में हमारे प्रतिद्वंदी हांथ में बंदूक ले कर आदिवासियों का हक़ छिनना चाहते हैं। झारखंड में रविवार को चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम व पाकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि हमारे लिए ये बुलेट नहीं, बैलेट की लड़ाई है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये लोग आदिवासियों की या फिर झारखंड की सेवा करने के लिए सत्ता में नहीं आना चाहते, बल्कि एक परिवार की सेवा करने के लिए सत्ता प्राप्त करना चाहते है। दशकों तक कांग्रेस की सरकार केंद्र में रही, लेकिन इन लोगों ने झारखंड को घोटालों और जनता से लूट के अलावा और कुछ नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि ग़रीबी की पीड़ा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भली भांति समझते हैं। भारत में ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं हुआ है जिसने ग़रीबों के उत्थान के लिए इतना काम किया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में झारखंड मोदी सरकार की कल्याणकारी नीतियों का प्रमुख केंद्र रहा है।
केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि भाजपा के संस्कार ऐसे हैं कि वडनगर के एक गरीब घर का बेटा, एक चाय बेचने वाला आज भारत का प्रधानमंत्री है। ऐसे ही झारखंड के एक गरीब घर का बेटा रघुवर दास आज झारखंड के मुख्यमंत्री हैं। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को प्रदेश में तीन जन सभाओं को संबोधित किया। पहली जनसभा खरसावां विधानसभा में, दूसरी जनसभा मनोहरपुर विधानसभा में और तीसरी जनसभा मझगांव मंडल में की।