राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दो दिवसीय ओडिशा दौरा शुक्रवार को संपन्न हो गया। इसके बाद वह लखनऊ के लिए रवाना हो गईं। बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका विदाई स्वागत ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री प्रभाति परिड़ा और कनक वर्धन सिंह देव तथा विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने किया।
रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू राजभवन से कड़ी सुरक्षा के बीच निकलीं। कमिश्नरेट पुलिस द्वारा उन्हें एस्कॉर्ट कर हवाई अड्डे तक पहुंचाया गया। उनकी रवानगी के लिए राजभवन से हवाई अड्डे तक मार्ग पर 23 प्लाटून बलों की तैनाती की गई थी और सुबह 9 बजे से 9:30 बजे तक यातायात प्रतिबंधित रखा गया।
अपने दौरे के दौरान, राष्ट्रपति मुर्मू ने कल ओडिशा विधानसभा के शीतकालीन सत्र को संबोधित किया, जो राज्य के इतिहास में पहली बार है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा विधानसभा को संबोधित किया था, जिससे वे सदन के सम्मानित सदस्यों के साथ अपने विचार साझा करने वाली पहली भारतीय राष्ट्रपति बन गईं। उनका भाषण भावुक था, जिसमें उन्होंने अपने विनम्र जनजातीय गांव से देश के सर्वोच्च पद तक की यात्रा को याद किया।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा कि आज, भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर हमने माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी और वरिष्ठ मंत्रियों की उपस्थिति में विदाई दी। 75 वर्षों के इतिहास में पहली बार, ओडिशा विधानसभा को राष्ट्रपति द्वारा दिया गया ऐतिहासिक संबोधन हमारे लोकतांत्रिक सफर में एक अविस्मरणीय मील का पत्थर है। उनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद ने 2036 तक एक समृद्ध ओडिशा के निर्माण के लिए हमारी सरकार और राज्य के सभी नागरिकों को नई प्रेरणा और शक्ति प्रदान की है। ओडिशा की पवित्र धरती की ओर से, हम इस भूमि की बेटी को उनकी सफल और मार्गदर्शी यात्रा के लिए हार्दिक धन्यवाद देते हैं।