ढेंकानाल जिले में गुरुवार को भारतीय कृषि को बदलने के उद्देश्य से एक राष्ट्रव्यापी पहल, विकसित कृषि संकल्प अभियान का उद्घाटन किया गया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पुरी में शुरू किए गए इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के 723 जिलों के 1.5 करोड़ किसानों तक पहुंचना है। यह 15 दिवसीय अभियान 12 जून तक चलेगा।
यह मुख्यतः इन बिंदुओं पर केंद्रित है-
- किसान आउटरीच: आईसीएआर और कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक उन्नत कृषि पद्धतियों, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन और प्राकृतिक खेती पर ज्ञान साझा करते हुए किसानों तक पहुंचेंगे।
- क्षमता निर्माण: कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को नए कौशल और ज्ञान से सशक्त बनाना, उनकी आय और कृषि उत्पादकता को बढ़ाना है।
- जमीनी स्तर पर जुड़ाव: यह पहल राज्य सरकारों, आईसीएआर संस्थानों और कृषि विभागों को शामिल करते हुए सामूहिक स्वामित्व और समर्पण को बढ़ावा देती है।
ढेंकानाल जिले में तीन टीमें बनाई गई हैं, जिनमें आईसीएआर, कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि विभाग के अधिकारी शामिल हैं।
ये टीमें जिले के सभी ब्लॉकों में 60 ग्राम पंचायतों को कवर करेंगी। इस दौरान वे लगभग 15,000 किसानों तक पहुंचेंगी।
- विशेषज्ञ सलाह प्रदान करेंगी: वैज्ञानिक खरीफ पूर्व कृषि, मृदा परीक्षण और कामधेनु योजना जैसी पशुपालन योजनाओं पर मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
विकसित कृषि संकल्प अभियान से कृषि उत्पादन में वृद्धि, किसानों की आय में वृद्धि और देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद है। वैज्ञानिकों और किसानों के बीच की खाई को पाटकर, कार्यक्रम का उद्देश्य टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देना और किसानों की आजीविका में सुधार करना है।