प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ओडिशा के खुर्दा के जटनी में केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (CRIYN) और 100 बेड वाले आयुर्वेदिक अस्पताल की आधारशिला रखी।
मोदी ने भुवनेश्वर के गोठपटना में केंद्रीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला का भी उद्घाटन किया। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवा से संबंधित विकास परियोजनाओं की शुरुआत की और अपनी सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत को 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों तक विस्तारित किया। उन्होंने बरगढ़ जिले में एक क्रिटिकल केयर ब्लॉक का भी अनावरण किया। गोठपटना में उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी शामिल हुए।
केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान 21 एकड़ भूमि पर बनेगा और योजना के प्रस्तावित होने के 10 साल बाद यह हकीकत बन जाएगा।
2014 में आयुष मंत्रालय के तहत स्वायत्त निकाय, केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने भुवनेश्वर में 25 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से जीर्ण रोगों के लिए संस्थान और अत्याधुनिक योग हॉल तथा प्रयोगशाला के साथ 100 बेड वाला योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अस्पताल स्थापित करने की अपनी योजना की घोषणा की थी। हालांकि, स्थानीय प्रशासन के कथित उदासीन रवैये के कारण केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान 20 एकड़ भूमि पर कब्जा नहीं कर सका, जिसके कारण परियोजना रुकी हुई थी। भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षड़गी ने हाल ही में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे खुर्दा प्रशासन को संस्थान के लिए भूमि उपलब्ध कराने के लिए उचित निर्देश जारी करें। यह कर्नाटक और हरियाणा के बाद देश में तीसरी ऐसी सुविधा होने वाली थी। आयुष्मान के खत्म होने का इंतजार... केंद्र की स्वास्थ्य कवरेज योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को योजना के तहत पैनल में सूचीबद्ध अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा।