भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के जवाब में राज्य सरकार ने हीराकुद बांध पर सुरक्षा उपाय कड़े कर दिए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है, जिसमें कर्मियों को आधुनिक हथियारों और गोला-बारूद से लैस किया गया है, जिसमें हल्की मशीन गन भी शामिल हैं।
सुरक्षाकर्मी सतर्कता से बांध की रखवाली कर रहे हैं और केवल अधिकृत कर्मियों को ही प्रवेश की अनुमति है। एहतियात के तौर पर पर्यटकों को बांध क्षेत्र में जाने से बचने की सलाह दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, केंद्र ने दोनों देशों के बीच तनाव के बीच राज्यों को सतर्क रहने के लिए सचेत किया है। स्थिति को देखते हुए, राज्य सरकार ने बांध पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
संबलपुर जिला प्रशासन ने राज्य और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से हीराकुद बांध की सुरक्षा के लिए एक मजबूत सुरक्षा प्रोटोकॉल तैयार किया है। एशिया के सबसे लंबे मिट्टी के बांध के रूप में, यह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा सिंचाई, बिजली उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे इसकी सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है।