बिहार में नई सरकार के गठन के बाद नीतीश कैबिनेट की बैठक में मंगलवार को 10 एजेंडों पर मुहर लगायी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरकार ने युवाओं के लिए पिटारा खोल दिया गया। जनता के हित में कई अहम फैसले लिए गए हैं। कैबिनेट मीटिंग के बाद नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया में खुद बड़े एजेंडे जिनपर मुहर लगी है, उसकी जानकारी साझा की है। नीतीश कुमार ने अपने पोस्ट में लिखा है कि नई सरकार के गठन के बाद राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करने के लिए हमलोगों ने तेजी से काम शुरू कर दिया है। बदलते बिहार के विकास की गति को बल देने के लिए बिहार में प्रौद्योगिकी और सेवा आधारित नवाचारों की न्यू ऐज इकोनॉमी के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।
सीएम नीतीश ने कहा कि राज्य में औद्योगिक विकास एवं अगले पांच वर्षों में युवाओं को नौकरी एवं रोजगार के लिए हमलोगों ने तेजी से काम शुरू कर दिया है और जो काम हमलोग शुरू करते हैं, उसे पूरा करते हैं। एक से पांच विधानसभा सत्र बुलाने पर कैबिनेट में मुहर लगी है।
इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इस क्षेत्र की बिहार से संबंध रखनेवाले अग्रणी उद्यमियों के सुझाव प्राप्त कर योजनाओं एवं नीतियों का निर्धारण किया जाएगा। साथ ही बिहार को एक वैश्विक 'Back end Hub' एवं ग्लोबल वर्क प्लेसट के रूप में विकसित एवं स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण विभागों तथा प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों एवं विशेषज्ञों के सहयोग से एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
नीतीश कुमार ने कहा कि कैबिनेट में फैसला लिया गया है कि बिहार को पूर्वी भारत के नए टेक्नोलॉजी हब के रूप में विकसित करने, बिहार में डिफेंस कॉरिडोर, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, मेगा टेक सिटी व फिनटेक सिटी की स्थापना और उद्योगों का जाल बिछाने के लिए मिशन मोड में काम किया जाएगा। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है जो छह महीना में रिपोर्ट देगी।