ओडिशा भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को 5टी सचिव वीके पांडियन के जगतसिंहपुर जिले के दौरे का विरोध काले गुब्बारे उड़ाकर और उसी रंग की पोशाक पहनकर किया। जब पांडियन हेलीकॉप्टर से आ रहे थे तो प्रदर्शनकारियों ने काले गुब्बारे आसमान में छोड़ दिए। जिले के पारादीप, कुजंग और रहामा में भाजपा युवा मोर्चा और भाजपा महिला मोर्चा के सदस्यों द्वारा इस तरह का विरोध प्रदर्शन कियाए गया। उन्होंने बैनर के साथ "पांडियन गो बैक" का नारा भी लगाया।
कुजंग में पार्टी की महिला सदस्यों ने पांडियन की जगतसिंहपुर यात्रा का विरोध करते हुए एक रैली निकाली। इसी तरह पारादीप में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एडीएम कार्यालय के सामने नारेबाजी और धरना दिया।
भाजपा 5टी सचिव पर राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने, परियोजनाओं की घोषणा करने और राजनीतिक भाषणों के साथ सार्वजनिक समारोहों को संबोधित करने का आरोप लगाती रही है।
भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षड़ंगी और ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने पहले ही इस संबंध में भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को पत्र लिखा था।
भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने ओडिशा के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अधिकारी को दो भाजपा नेताओं द्वारा दायर शिकायत के आधार पर 5टी सचिव वीके पांडियन के खिलाफ 'उचित कार्रवाई' करने का निर्देश दिया है। हालांकि, बीजेडी नेता प्रसन्न आचार्य ने बीजेपी के आरोपों का खंडन किया है।
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प्रसन्न आचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास निर्णय लेने का अधिकार है और व्यक्तियों को कार्य निर्दिष्ट करना उनकी ज़िम्मेदारी है। यह मुख्यमंत्री की शक्ति के त्याग का संकेत नहीं है, बल्कि पार्टी के सदस्यों और सरकारी अधिकारियों को विशिष्ट जिम्मेदारियों के आवंटन का संकेत देता है। मुख्यमंत्री के पास किसी भी सरकारी अधिकारी को प्रासंगिक कार्य सौंपने का संवैधानिक अधिकार है। साथ ही मुख्यमंत्री ने मंत्रियों और मुख्य सचिव को जनता से सीधे जुड़ने का निर्देश दिया है। विपक्ष को आधारहीन आरोप लगाने के बजाय लोगों की सेवा पर भी ध्यान देना चाहिए।