मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आज लोक सेवा भवन में 12 देशों के 40 विदेशी प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जो 37वें संसदीय इंटर्नशिप कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। नई दिल्ली स्थित संसदीय शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (PRIDE) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के तहत प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री माझी के साथ सुशासन और विकास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए ओडिशा की मजबूत लोकतांत्रिक परंपराओं और राज्य विधानसभा की 89 वर्ष की सार्वजनिक सेवा की विरासत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ओडिशा विधानसभा की संसदीय प्रक्रियाएं देश में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती हैं।
माझी ने बताया कि जून 2024 से जून 2025 के बीच ओडिशा विधानसभा ने 62 सत्र आयोजित किए और ओडिशा विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2024 पर रिकॉर्ड 12 घंटे 25 मिनट तक चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा विधायी प्रक्रिया के डिजिटल परिवर्तन में अग्रणी है। उन्होंने राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन, प्रशासन के लिए ई-ऑफिस, पूर्णतः डिजिटल लाइब्रेरी तथा अनुसंधान और इंडेक्सिंग के लिए एआई के उपयोग जैसी प्रमुख पहलें उजागर कीं।
उन्होंने यह भी बताया कि ओडिशा विधानसभा को डिजिटल प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। उन्होंने 25 संसदीय समितियों, जिनमें 10 विभागीय स्थायी समितियां शामिल हैं, की भूमिका पर जोर देते हुए इन्हें ‘मिनी संसद’ बताया, जो सुशासन सुनिश्चित करती हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि ओडिशा ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समितियों के अध्यक्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन की सफल मेजबानी कर समावेशी शासन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई है।
उन्होंने ओडिशा को पूर्वी भारत का सांस्कृतिक केंद्र बताते हुए इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला। प्रतिनिधियों ने इससे पहले पुरी, कोणार्क, धौली आदि ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया और ओडिशा की विरासत तथा आतिथ्य की सराहना की।
राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार ने ओडिशा विधानसभा को राष्ट्रीय आदर्श बताया और इसकी अनुशासनात्मक कार्यशैली, रचनात्मक बहसों और तकनीक के नवाचारपूर्ण उपयोग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि संसदीय इंटर्नशिप कार्यक्रम वैश्विक युवाओं को भारत की संसदीय परंपराओं को समझने का अनूठा अवसर देता है।
तुर्कमेनिस्तान संसद (मजलिस) के सदस्य केरिमगुली गुर्बानगुल्येविच गेल्दीयेव ने ओडिशा की स्वच्छता, डिजिटल संस्कृति और सुशासन की सराहना करते हुए इस इंटर्नशिप कार्यक्रम को सभी प्रतिनिधियों के लिए यादगार अनुभव बताया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव मनोज आहूजा, विकास आयुक्त अनु गर्ग, अपर मुख्य सचिव (संसदीय मामलों) सुरेंद्र कुमार, ओडिशा विधानसभा के सचिव सत्यब्रत राउत, प्राइड के निदेशक प्रशांत मलिक और मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।