गर्मी के मौसम में कथित 'बिजली कटौती' को लेकर ओडिशा में लोगों के आक्रोश के बीच केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोगों को हो रही असुविधा के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आज राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।
मंत्री ने कहा कि “जबकि कई अन्य राज्य ओडिशा से कोयले लेकर बिजली उत्पन्न करते हैं। राज्य के पास प्रचुर मात्रा में कोयला है जल विद्युत परियोजनाओं की उपस्थिति के बावजूद लोग बिजली की कमी की स्थिति का सामना कर रहे हैं। यह राज्य सरकार की ओर से एक विफलता है। ”
इस मामले को लेकर मंत्री और सचिव एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। यह प्रशासनिक विफलता का उदाहरण है। प्रधान ने कहा “ओडिशा एक शासन घाटे वाला राज्य बन गया है। सत्ता पक्ष के चुने हुए प्रतिनिधि अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे हैं। वे प्रचार प्रसार में व्यस्त हैं। ”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने लोगों को बिजली की उचित आपूर्ति देने के लिए समझौते किया है। तो सरकार को समझौते को लागू करना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'टैक्स और बिजली बिल चुकाने के बावजूद भीषण गर्मी में लोग बेहाल हैं। आमतौर पर ऐसे हालात तब पैदा होते हैं जब प्रशासनिक तंत्र बेहाल होता है।'