आगामी दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान प्लास्टिक कचरे को कम करने के उद्देश्य से भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने एक विशेष पहल शुरू की है।
बीएमसी ने निवासियों से अपील की है कि वे पूजा पंडालों में भोग (प्रसाद) को पॉलीथिन बैग में न लाएं और पर्यावरण हितैषी विकल्प अपनाएं। इस संबंध में जागरूकता फैलाने के लिए प्रमुख पंडालों—बरमुंडा, नयापल्ली, शहीद नगर, रसूलगढ़, झारपड़ा और डमना में कियोस्क स्थापित करेगा। इन कियोस्कों के माध्यम से बोर्ड और पर्चियों द्वारा संदेश प्रसारित किए जाएंगे तथा स्वयंसेवक नागरिकों से सीधे संवाद कर पर्यावरण-अनुकूल आदतों को प्रोत्साहित करेंगे।
बीएमसी के अनुसार, शहर में प्रतिदिन लगभग 800 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें से करीब 200 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा होता है। दुर्गा पूजा के दौरान यह मात्रा प्रतिदिन 200 मीट्रिक टन अतिरिक्त बढ़ जाती है, जिससे सफाईकर्मियों और कचरा प्रबंधन तंत्र पर भारी दबाव पड़ता है। इस अभियान की निगरानी के लिए बीएमसी ने तीन जोनल डिप्टी कमिश्नरों समेत अन्य अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है, जबकि वरिष्ठ अधिकारी भी रोटेशन में कियोस्कों का निरीक्षण करेंगे।
बीएमसी का उद्देश्य है कि जागरूकता और पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं के माध्यम से कचरे के बोझ को कम किया जाए और उत्सव को अधिक मनोरंजक बनाया जाए। बीएमसी ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि पूजा का कचरा सड़क या पंडालों के पास न फेंककर निर्धारित डस्टबिन में ही डालें।