घाटशिला विधानसभा सीट पर मतदान 11 नवंबर को कराया जाएगा। 14 नवंबर को मतगणना की जाएगी। वहीं, इसके मद्देनजर शराब बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। यानी 9 नवंबर के अपराह्न 05:00 बजे से 11 नवंबर के अपराह्न 5 बजे तक ड्राई डे रहेगा। जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी द्वारा उत्पाद अधिनियम की धारा 26 में प्रदत्त शक्तियों के तहत घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में 9 नवंबर के अपराह्न 05:00 बजे से 11 नवंबर के अपराह्न 5 बजे तक शुष्क दिवस घोषित किया गया है। मतदान क्षेत्र में किसी निर्वाचन के लिए मतदान समाप्त होने के लिए नियत समय के साथ समाप्त होने वाली 48 घंटे की अवधि के दौरान उस मतदान क्षेत्र के भीतर, किसी होटल, भोजन, पाठशाला दुकान में अथवा किसी अन्य लोक या प्राइवेट स्थान में कोई भी स्पिरिट युक्त किण्वित या मादक पदार्थ या वैसी ही प्रकृति का अन्य पदार्थ न तो बेचा जाएगा, न दिया जाएगा और न वितरित किया जाएगा। वहीं, कोई भी व्यक्ति उल्लंघन करेगा वह छह माह जेल या दो हजार तक जुर्माने का भागी होगा।
बता दें कि झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के आकस्मिक निधन से खाली हुई इस सीट पर अब उनके बेटे सोमेश चंद्र सोरेन मैदान में हैं और भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन ताल ठोक रहे हैं। दोनों ही संताल समाज से आते हैं। इसलिए संभावना है कि आदिवासी मत दोनों तरफ जाएगा। भाजपा के अपने सहयोगी लोजपा के सहारे चार प्रतिशत दलित मतों को साथ लाने की कोशिश में हैं।
झामुमो गठबंधन के मुस्लिम मंत्री भी अल्पसंख्यक मतों को अपने पाले में लाने के लिए लगे हैं, लेकिन भाजपा आदिवासी मतों के अलावा कुड़मी, पिछड़ी और अन्य दलित मतों पर नजर रख रही है। चंपाई के गहरे मित्र विद्युतवरण महतो की भी इस क्षेत्र में काफी पकड़ है। वे तीन बार से जमशेदपुर लोकसभा के सांसद भी हैं। ज्ञात हो कि रामदास सोरेन एक साल से ज्यादा समय से किडनी संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनका 15 अगस्त को एक अस्पताल में निधन हो गया था। इसी के कारण घाटशिला सीट पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी।