बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को कहा कि हमारे यहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या कम है। पिछले 60 घंटे में कोई भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। लगातार जांच हो रही है। यह अच्छी बात जरूर है, लेकिन इससे खुश होकर बाहर निकलने की जरूरत नहीं है। लॉकडाउन का पालन जरूरी है। मंगल पांडेय ने कहा कि पीपीई किट, टेस्ट किट, मास्क या किसी अन्य जरूरी सामान की कमी नहीं है। डॉक्टर और पारामेडिकल स्टाफ के लिए जरूरी पीपीई किट हमारे पास 30 हजार से अधिक मौजूद है। आवश्यकता अनुसार पीपीई किट सभी जगह भेजे गए हैं। 98 हजार से अधिक एन 95 मास्क पटना में हमारे स्टोर में रखे हैं। आवश्यकता अनुसार सभी अस्पतालों में भेजा गया है। सैंपल कलेक्शन के लिए जरूरी किट हमारे पास 3500 से अधिक है। टेस्ट किट की भी पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। पटना के आरएमआरआई में लगभग 6000 टेस्ट किट हैं। 15 हजार और किट आज आने वाले हैं। 18 मार्च के बाद विदेश से आए लोगों को खोजकर उनकी जांच कराई जा रही है। कोई छूट नहीं जाए इसके लिए हमारी अपील है कि जो लोग 18 मार्च के बाद विदेश से आए हैं वे खुद सामने आएं और टेस्ट कराएं।
दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराई गई जांच में 198 डॉक्टर अपने अस्पतालों में अनुपस्थित पाए गए। राज्य सरकार ने ऐसे 76 डॉक्टरों से तीन दिन में जवाब मांगा है। राज्य सरकार डॉक्टरों के खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 और महामारी रोग एक्ट-1897 के तहत कार्रवाई कर सकती है। इसके साथ ही सरकार अनुपस्थित रहने वाले 122 अन्य डॉक्टरों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है।