नुआपड़ा का राजनीतिक परिदृश्य अचानक बदल गया है, जिससे बीजू जनता दल (बीजेडी) आगामी उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के चयन को लेकर असमंजस में है। यह अनिश्चितता तब पैदा हुई जब बीजेडी नेता और पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजेंद्र ढोलकिया के पुत्र जय ढोलकिया ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया। इस कदम से बीजेडी को इस विधानसभा क्षेत्र में बड़ा झटका लगा है।
जय ढोलकिया का बीजेपी में प्रवेश उनके लिए नुआपड़ा सीट से उम्मीदवार के रूप में लगभग तय माना जा रहा है, जिससे बीजेडी को अपनी चुनावी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ रहा है। इस घटनाक्रम से राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं और उपचुनाव की प्रतिस्पर्धा और अधिक तीव्र हो गई है, जिस पर पूरे राज्य की नजर है।
बीजेडी के उम्मीदवार की घोषणा, जो पहले अपेक्षित थी, रविवार तक टल गई, जिससे क्षेत्र में राजनीतिक अनिश्चितता और गहरा गई है। सूत्रों के अनुसार, बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक के भुवनेश्वर स्थित आवास पर संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा करने और उपचुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तय करने के लिए एक बैठक बुलाई गई।
इस संबंध में बीजेडी की वरिष्ठ नेता प्रमिला मलिक ने कहा कि पार्टी बहुत जल्द अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि जिसे भी उम्मीदवार बनाया जाएगा, उसे मतदाताओं का व्यापक समर्थन मिलेगा और उसकी जीत की संभावना मजबूत होगी।
राजनीतिक विश्लेषक और स्थानीय नागरिक पार्टी के निर्णय का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आगामी घोषणा से नुआपड़ा उपचुनाव का माहौल तय होने की उम्मीद है, जो क्षेत्र की व्यापक राजनीतिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।
गौरतलब है कि नुआपड़ा उपचुनाव की आधिकारिक अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है। नामांकन पत्रों की जांच 22 अक्टूबर को होगी, जबकि नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 24 अक्टूबर निर्धारित की गई है।
नुआपड़ा उपचुनाव के लिए मतदान 11 नवंबर को होगा और मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
यह उपचुनाव बीजू जनता दल के मौजूदा विधायक, पूर्व मंत्री और नुआपड़ा से चार बार विधायक रहे राजेंद्र ढोलकिया के निधन के कारण उपचुनाव कराया जा रहा है।