एफएम कॉलेज मामले के विरोध में कांग्रेस समेत आठ राजनीतिक दलों द्वारा गुरुवार को आहूत राज्यव्यापी बंद के कारण ओडिशा भर में सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। सड़क जाम और सार्वजनिक परिवहन ठप होने से हज़ारों लोग प्रभावित हुए हैं। प्रभावित लोगों में खरियार से कटक स्थित एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जा रही एक महिला मरीज भी शामिल थी, जो राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर नाकेबंदी के कारण फंस गई थी।
मरीज सारला बस में सवार थी, जब बंद के कारण वाहन को पहाल के पास रुकना पड़ा और वह आगे नहीं बढ़ सकी। उसकी हालत को देखते हुए तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी, जिससे स्थिति जल्द ही एक चिकित्सा आपातकाल में बदल गई।
पहाल पुलिस स्टेशन की सब-इंस्पेक्टर स्मृति रंजन मोहंती ने त्वरित और सहानुभूतिपूर्ण प्रतिक्रिया देते हुए हस्तक्षेप किया। हालात को समझते हुए एसआई मोहंती ने तुरंत एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की और मरीज को कटक स्थित एससीबी मेडिकल पहुंचाया।
यातायात ठप होने और गतिशीलता सीमित होने जैसी बंद से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, अधिकारी की निर्णायक कार्रवाई ने यह सुनिश्चित किया कि मरीज को समय पर देखभाल मिले। उनके इस कदम की लोगों ने खूब प्रशंसा की।
ओडिशा पुलिस विभाग ने इस प्रयास की सराहना की और राजनीतिक रूप से आवेशित व्यवधानों के दौरान भी जन कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मज़बूत किया। यह घटना इस बात की एक सशक्त याद दिलाती है कि कैसे अग्रिम पंक्ति के अधिकारी सहानुभूति और त्वरित सोच के माध्यम से जीवन रक्षक बदलाव ला सकते हैं।
जैसे-जैसे एफएम कॉलेज मामले को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है, ऐसी कहानियां अराजकता के बीच आशा और मानवता की एक झलक पेश करती हैं।
गौरतलब है कि बालेश्वर के फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की एक छात्रा की दुखद मौत के विरोध में आज आठ विपक्षी दलों द्वारा आहूत राज्यव्यापी बंद के दौरान कुछ समय के लिए सामान्य जनजीवन ठप हो गया था।