मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सोमवार को कहा कि ओडिशा तेजी से भारत के सबसे बड़े निवेश केंद्र के रूप में उभरने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने हैदराबाद में आयोजित दो दिवसीय ओडिशा निवेशक सम्मेलन और रोडशो को मिले जबरदस्त प्रतिसाद का हवाला देते हुए यह बात कही। लोक सेवा भवन कन्वेंशन सेंटर में लौटने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों के साथ हुई चर्चाओं से ओडिशा की औद्योगिक क्षमता और शासन व्यवस्था पर उनके मजबूत भरोसे की पुष्टि हुई है।
इस अनुभव को “अत्यंत संतोषजनक” बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हैदराबाद रोडशो ने ओडिशा में निवेशकों के बढ़ते विश्वास को स्पष्ट रूप से दर्शाया है। उन्होंने कहा कि राज्य की औद्योगिक यात्रा—अप्रयुक्त संभावनाओं से लेकर ठोस क्रियान्वयन तक—ने उल्लेखनीय गति पकड़ी है, जिसका श्रेय उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का “मिडास टच” ओडिशा के सफल औद्योगिकीकरण अभियान में अहम भूमिका निभा रहा है।
हैदराबाद यात्रा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चलाए गए एक बड़े निवेश संपर्क अभियान का हिस्सा थी। दो दिनों के दौरान ओडिशा सरकार ने 73 उच्चस्तरीय बैठकें और दो क्षेत्र-विशेष गोलमेज चर्चाएं आयोजित कीं। एक गोलमेज चर्चा फार्मास्यूटिकल क्षेत्र पर केंद्रित थी, जिसमें आठ प्रमुख दवा कंपनियां शामिल हुईं, जबकि दूसरी में 27 रक्षा क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक ओडिशा में फार्मा और रक्षा जैसे क्षेत्र अपेक्षाकृत कम विकसित रहे हैं, लेकिन इन लक्षित बैठकों से निवेशकों की मजबूत रुचि देखने को मिली है।
उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 38 उद्योगपतियों के साथ एक-से-एक बैठकें कीं, जिनमें फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल उपकरण, रक्षा निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, डेटा सेंटर, वस्त्र और तकनीकी वस्त्र, तथा उन्नत विनिर्माण जैसे विविध क्षेत्रों में निवेश संभावनाओं पर चर्चा हुई।
इस दौरान आयोजित एक मेगा निवेशक रोडशो में 500 से अधिक उद्योगपतियों, व्यापार संघों और संस्थागत भागीदारों ने भाग लिया। इसमें उन्हें ओडिशा के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र, बुनियादी ढांचे की तैयारियों और नीति-आधारित विकास मॉडल की विस्तृत जानकारी दी गई।
रोडशो के दौरान मुख्यमंत्री ने वर्ष 2036 तक समृद्ध ओडिशा के अपने विजन और विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्रों में विकास के रोडमैप को प्रस्तुत किया। उन्होंने घोषणा की कि एंटरप्राइज ओडिशा का आयोजन 28 और 29 जनवरी को राउरकेला में किया जाएगा, और कोलकाता में भी एक औद्योगिक सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है।
इस यात्रा के दौरान 13 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए, जिनके माध्यम से 27,650 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए और 15,905 लोगों के लिए रोजगार की संभावना बनी। इसके अतिरिक्त, नौ निवेश अभिप्राय आवेदन प्राप्त हुए, जिनसे 39,131 करोड़ से अधिक के संभावित निवेश और 40,435 रोजगार के अवसर सामने आए। इस प्रकार, हैदराबाद रोडशो के जरिए कुल 66,781 करोड़ के निवेश प्रस्ताव और 56,340 लोगों के लिए रोजगार की संभावना सुनिश्चित हुई, जो ओडिशा सरकार की सबसे सफल निवेश प्रोत्साहन पहलों में से एक है।