राज्य कैबिनेट ने शनिवार को मत्स्य एवं पशु संसाधन विकास विभाग की राज्य क्षेत्रीय योजना ‘प्राणी संपद समृद्धि योजना (PSSY)’ के तहत ‘छोटे पशु विकास’ उप-योजना को लागू करने की मंजूरी दे दी है।
यह योजना वर्ष 2025-26 से 2028-29 तक चार वर्षों की अवधि में लागू की जाएगी, जिसके लिए कुल 294.36 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया गया है। योजना का उद्देश्य 23,735 पशुपालकों को लाभ पहुंचाना है, जिसमें महिला स्वयं सहायता समूह (WSHGs) भी शामिल हैं। इसके तहत प्रति वर्ष लगभग 12.25 हजार मीट्रिक टन अतिरिक्त मांस उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
राज्य सरकार की यह पहल मांस और मांस उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के प्रयासों का हिस्सा है। ‘प्राणी संपद समृद्धि योजना’ के अंतर्गत पहले से ही ‘पोल्ट्री विकास (Poultry Development)’ नामक एक अन्य उप-योजना को भी राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है।