केंद्र जल्द ही भुवनेश्वर में नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए) की शाखा स्थापित करने पर निर्णय लेगा। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षड़ंगी को इस संबंध में हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।
सांसद अपराजिता ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर भुवनेश्वर में नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट की स्थापना का प्रस्ताव दिया था। हाल ही में उन्होंने नई दिल्ली में उनसे मुलाकात की और उन्हें इस परियोजना के लिए अपने अनुरोध की याद दिलाई। षडंगी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी केंद्रीय मंत्री को इसके लिए पत्र लिखा है।
अपने पत्र में उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर, जिसे अक्सर “भारत के मंदिरों का शहर” कहा जाता है, न केवल एक समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत वाला शहर है, बल्कि पर्यटन और शैक्षिक विकास की अपार संभावनाओं वाला एक तेजी से विकसित हो रहा शहरी केंद्र भी है। पत्र में कहा गया है, "भुवनेश्वर में एनजीएमए की शाखा की स्थापना से क्षेत्र के सांस्कृतिक और कलात्मक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा, जिससे स्थानीय आबादी और पूरे राज्य को बहुआयामी लाभ मिलेगा। भुवनेश्वर में एनजीएमए की एक शाखा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगी।" यह कोणार्क सूर्य मंदिर और पुरी जगन्नाथ मंदिर जैसे मौजूदा ऐतिहासिक स्थलों को और भी समृद्ध बनाएगा, जिससे राज्य के सांस्कृतिक पर्यटन सर्किट को समृद्ध किया जा सकेगा।
पत्र में कहा गया है कि यह पहल न केवल भुवनेश्वर के सांस्कृतिक आकर्षण को बढ़ाएगी, बल्कि पर्यटकों की संख्या बढ़ाकर स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान देगी। अपराजिता ने यह भी कहा कि भुवनेश्वर में एनजीएमए की एक शाखा विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहयोग प्रदान करेगी, जिससे समग्र कलात्मक वातावरण में वृद्धि होगी।