महानगर के पंडाल में डॉक्टर की वेशभूषा में ‘कोरोनासुर’ का वध करती मां दुर्गा

  • Oct 20, 2020
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कोलकाता,20 अक्टूबरः

इस वक्त कोरोना महामारी से पूरी दुनिया जूझ रही है। कोरोना काल के इस दौर में चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कोरोना वॉरियर के रूप में लोगों की जान बचाने में एक अहम भूमिका निभाई है। इसी बीच बंगाल के सबसे बड़े उत्सव दुर्गापूजा की शुरूआत हो चुकी है। महानगर में हर बार की तरह इस बार भी एक से बढ़कर एक पूजा पंडाल बनाए गए हैं। जिसकी झलक दिखने लगी है। इस बार महानगर के एक पूजा पंडाल में मां दुर्गा को डॉक्टर की वेशभूषा और महिषासुर को कोरोनासुर के रूप में दिखाया गया है। देखते ही देखते मां दुर्गा की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो गई।दरअसल मां दुर्गा के अस्त्र के तौर पर एक इंजेक्शन को प्रदर्शित किया गया है। इसे कलाकार ने प्रतीकात्मक तौर पर वैक्सीन का रूप दिया है। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने इस दुर्गा पंडाल की दुर्गा मूर्ति की तस्वीर शेयर करते हुए इसे क्रिएटिविटी का बेहतरीन नमूना बताया है। कांग्रेस नेता शशि थरूर के अलावा भी ट्विटर पर कई नामी लोगों ने क्रिएटिविटी के लिए कलाकार की प्रशंसा की है। सभी जानते हैं कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा सिर्फ एक सामान्य त्यौहार नहीं है बल्कि ये बंगाल की संस्कृति का हिस्सा भी है। यही वजह है कि पश्चिम बंगाल के मूर्ति कलाकार सिर्फ अपने राज्य में ही नहीं बल्कि बिहार, यूपी, झारखंड और ओडिशा में मूर्तियां बनाते मिल जाएंगे। बिहार, झाखंड और पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के पंडाल भी कई बार सामाजिक संदेशों वाले स्वरूप में बनाए जाते हैं। वहीं दक्षिणी कोलकाता के बेहाला इलाके में एक दुर्गा पूजा कमेटी ने इस बार अपने पंडाल में मां दुर्गा की जगह एक अप्रवासी मजदूर महिला की मूर्ति बनायी है। इस महिला के हाथों में छोटा बच्चा भी है। कोरोना वायरस के दौरान अप्रवासी मजदूर महिलाओं के दुख को प्रदर्शित करने के लिए यह मूर्ति लगाने का फैसला किया गया है। ये मूर्ति न सिर्फ उनके दुख को प्रदर्शित करती है बल्कि साहस को भी सलाम करती है।

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