बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने बड़ा ऐलान करते हुए तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया है। पटना के होटल मौर्य में हुई इस अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस, वामदलों और अन्य सहयोगी दलों ने मिलकर यह फैसला किया कि आगामी विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। कांग्रेस के सीनियर लीडर अशोक गहलोत ने ऐलान करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। वहीं इस दौरान अशोक गहलोत ने दो डिप्टी सीएम बनाने की भी घोषणा की। डिप्टी सीएम के पहले फेस के रूप में मुकेश सहनी के नाम पर सहमति बन गई है।
बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन ने गुरुवार को पटना के होटल मौर्य में बहुप्रतीक्षित प्रेस कांफ्रेंस कर बिहार की जनता को बड़ा संदेश दिया। इस संयुक्त प्रेस वार्ता में महागठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं ने भाग लिया और अपनी-अपनी बात रखी। इस दौरान पूर्व सीएम और कांग्रेस के सीनियर लीडर अशोक गहलोत ने ऐलान करते हुए कहा कि महागठबंधन के सभी सहयोगियों ने मिलकर निर्णय लिया है कि बिहार में महागठबंधन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री का चेहरे होंगे। तेजस्वी यादव नौजवान हैं, इनका लंबा फ्यूचर है और जिनका लंबा फ्यूचर होता है उनका साथ जनता भी देती है। वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन के सभी दलों ने उन पर भरोसा जताया है। वह जनता और अपने सहयोगियों के विश्वास पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि इस बीस साल की निक्कमी सरकार को हम उखाड़ फेंकेंगे और बिहार के लोगों को विकास और न्याय देंगे। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री पद के संभावित चेहरे को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि गठबंधन नेताओं ने बार-बार बैठकें की हैं और हर निर्णय सोच-समझकर लिया गया है।
इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की ओर से तो सीएम फेस का चेहरा घोषित हो गया। लेकिन, एनडीए के लोगों ने अभी तक आधिकारिक रूप से कोई संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर अभी तक मुख्यमंत्री के चेहरे पर कोई ऐलान नहीं किया है। अमित शाह जी ने कहा कि विधायक दल के नेता मुख्यमंत्री का चेहरा चुनेंगे। नीतीश जी के नाम पर एनडीए की तरफ से ऐलान नहीं किया गया है। वहीं तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत की चिंता करते हुए जेडीयू के कुछ नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों में जेडीयू ने कभी संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की और इस बार भी नीतीश कुमार के नाम की घोषणा नहीं की गई। उन्होंने चेतावनी दी कि जेडीयू के कुछ नेता इस चुनाव के बाद पार्टी को कमजोर कर सकते हैं।