भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लगातार बोलने वाले बाबूलाल मरांडी के निशाने पर आज सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक राजीव लोचन बख्शी रहे। बीजेपी प्रदेश कार्यालय में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने राज्य के मुख्यमंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि हेमंत सोरेन को आखिर ऐसे भ्रष्ट अफसरों से क्या लगाव है, यह आज तक समझ में नहीं आया। उन्होंने आरोप लगाया कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक राजीव लोचन बख्शी वन विभाग के प्रधान सचिव भी रहे हैं और उन पर कई गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन सरकार कार्रवाई करने की बजाय संरक्षण दे रही है।इतना ही नहीं, मरांडी ने कहा कि जिस विभाग का सचिव पद महीनों से खाली हो और जिसके विभागीय मंत्री खुद मुख्यमंत्री हों, वहां अनियमितता का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा। उन्होंने दावा किया कि विज्ञापन और होर्डिंग के खेल में दलालों की भूमिका पहले से तय रहती है। कांटाटोली का एक दलाल 1000 रुपये के होर्डिंग पर 10,000 रुपये तक वसूली का सिस्टम चलाता है।
नेता प्रतिपक्ष एवं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पिछले पांच वर्षों में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में हुई कथित गड़बड़ियों की जांच के लिए एसआईटी गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम खत्म होने के बाद विज्ञापन पास किए जाते हैं, जिसमें पूरा सिस्टम केवल लूट-खसोट में शामिल रहता है, यानी जनता की कमाई लूटकर अपनी तिजोरी भरने का काम हो रहा है। बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में भ्रष्ट अधिकारियों को ही सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जा रही हैं और सरकार इस पूरे तंत्र को बचाने में लगी हुई है।