मानसून की बारिश करीब आने के साथ ही आवास एवं शहरी विकास मंत्री डॉ. कृष्ण चंद्र महापात्र ने आज भुवनेश्वर में जल निकासी की स्थिति का जायजा लिया और निवासियों के लिए जलभराव मुक्त व सुरक्षित शहरी वातावरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के वरिष्ठ अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ डॉ. महापात्र ने मंगलवार को व्यक्तिगत रूप से जलभराव वाले कई क्षेत्रों का निरीक्षण किया, जिसमें कृष्णा टॉवर के पास इस्कॉन मंदिर स्थल, आयुर्वेदिक अस्पताल के पास कलिंग स्टूडियो स्क्वायर, राजीव नगर, भोई नगर में ड्रेन नंबर 9, ड्रेन नंबर 4 और एस्प्लानेड मॉल और दुर्गा मंडप के पास बोमिखल शामिल हैं।
मंत्री ने प्रमुख और शाखा जल निकासी चैनलों की समीक्षा की और सफाई कार्यों में रुकावटों व देरी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने युद्ध स्तर पर नालों की सफाई और गाद निकालने के काम में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त जनशक्ति तथा मशीनरी की तैनाती के लिए तत्काल निर्देश जारी किए।
क्षेत्र भ्रमण के बाद मंत्री महापात्र ने राज्य भर में मानसून की समग्र तैयारियों की समीक्षा करने के लिए सभी 115 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की। मुख्य फोकस क्षेत्रों में स्वच्छता, जल निकासी की तैयारी, राजस्व सृजन, होल्डिंग टैक्स संग्रह और विभागीय पहलों के “एक वर्ष के जश्न” के लिए प्रारंभिक योजनाएं शामिल थीं। समीक्षा के दौरान, मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि जलभराव या सार्वजनिक असुविधा के लिए कोई भी चूक या लापरवाही सख्त जवाबदेही को आमंत्रित करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि मानसून के दौरान नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
आवास व शहरी विकास विभाग की प्रमुख सचिव उषा पाढ़ी ने यूएलबी को विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का सख्ती से पालन करने की सलाह दी और आश्वासन दिया कि जहां भी जरूरत होगी, पूरा समर्थन दिया जाएगा। अधिकारियों को सक्रिय और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। आवास व शहरी विकास विभाग शहरी बाढ़ के जोखिमों को कम करने तथा ओडिशा के सभी शहरी निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए मजबूत तैयारी तथा समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।