पवित्र सावन महीने के पहले सोमवार को राज्यभर के शिवालयों में श्रद्धालुओं का काफी हुजूम देखने को मिला। सुबह से ही भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के लिए तमाम शिव मंदिरों में भक्तों और कांवरियों का हुजूम उमड़ पड़ा।
इस साल पवित्र सावन का महीना सोमवार को शुरू हुआ है और सोमवार को खत्म हो रहा है। बताया जा रहा है कि 72 साल बाद यह दुर्लभ संयोग बना है।
इस साल सावन का पवित्र महीना 22 जुलाई से 19 अगस्त तक चलेगा। वैसे तो सावन पूरा महीना ही शुभ होता है, लेकिन सोमवार के दिन का विशेष महत्व होता है। इस बार सावन की शुरुआत और अंत दोनों ही दिन सोमवार हैं। अबकी बार पूरे महीने में कुल पांच सोमवार पड़ रहे हैं।
यह शुभ महीना 'श्रावण' नक्षत्र में शुरू होता है, जो दर्शाता है कि भगवान शिव की विशेष कृपा होगी और चंद्रमा के प्रभाव से कई समस्याएं दूर होंगी।
इस शुभ अवसर पर भक्तों ने भगवान को दूध, जल और बेलपत्र चढ़ाया। कांवरिए भी बड़ी संख्या में शिवलिंग पर पवित्र जल चढ़ाने के लिए मंदिरों में उमड़े पड़े।
मान्यता है कि सावन महीन में सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
हर साल इस शुभ महीने के दौरान, भक्त भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर, पुरी के लोकनाथ मंदिर, आठगढ़ के धवलेश्वर मंदिर, ढेंकानाल के कपिलाश मंदिर, कोरापुट के गुप्तेश्वर मंदिर और बलांगीर के हरिशंकर मंदिर आदि जाते हैं।
राज्य भर के प्रमुख शिव मंदिरों में भक्तों के सुचारू दर्शन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त पुलिस और प्रशासनिक व्यवस्था की गई है।