केन्दुझर जिले के श्री बलदेव जीऊ रथ को विश्व के सबसे बड़े रथ के रूप में ग्लोबाल रिकॉर्ड एंड रिशर्च फाउंडेशन (जीआरआरएफ) ने घोषणा की है। जिसके बाद अब इस रथ का गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाना तय हो गया है।
श्री बलदेव जीऊ रथ विश्व के सबसे बड़े रथ होने का सारा तथ्य केन्दुझर के धार्मिक विन्यास विभाग के पास है। विभाग ने इस बारे में गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड को जानकारी दे दी है। इसके बाद गिनीज के अधिन ग्लोबाल रिकॉर्ड एंड रिसर्च फाउंडेशन (जीआरआरएफ) संस्था के भारत प्रमुख मनमोहन रावत केन्दुझर पहुंच कर इस बारे में सारा जांच कर चुके हैं। रावत ने इस बारे में कहा कि “मैं सभी रिकॉर्ड इकट्ठा कर के रिसर्च टीम को सौंप दूंगा। वे लोग इसकी जांच करने के बाद ही अंतिम फैसला सुनाएंगे”।
अतित में केन्दुझर में एक गड़जात राज्य था। सदियों साल पहले यहां रथयात्रा का आयोजन किया जाता था। लेकिन 1671 में यह बड़ादेउल का निर्माण होने के बाद रथयात्रा की रूप-रेखा पूरी तरह से बदल गई। जिसके बाद यहां सबसे बड़ा रथ का निर्माण किया गया है। इस रथ का नाम नंदीघोष रखा गया। इसकी ऊंचाई 72 फिट और चौड़ाई 43 फिट है। इसमें 7 फिट 3 इंड का 16 पहिया लगा है। इसके तीन प्रकार के लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है।