झारखंड में अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने गुरुवार को कारोबारी इजहार अंसारी से लंबी पूछताछ की। उन्हें पिछले हफ्ते ही समन किया गया था। अधिकारियों ने कारोबारी से उनकी कंपनियों और कंपनियों के नाम पर आवंटित कोयले की पूरी विवरणी मांगी है। कोल का आवंटन किस एजेंसी के जरिए हुआ और हार्ड कोक कंपनियों में कितने कोयले का इस्तेमाल हुआ। इससे जुड़े सवाल ईडी ने पूछे।
इजहार अंसारी पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी कंपनियों के नाम पर कोयला कंपनियों से रियायती दर पर कोयला उठाया और उसे खुले बाजार में बेच दिया। ईडी अधिकारियों के अनुसार एजेंसी के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं। जिससे यह स्पष्ट है कि कंपनियों के नाम पर कोयले का आवंटन तो हुआ, लेकिन उन कंपनियों में कोयले का इस्तेमाल नहीं हुआ। ईडी ने उन शेल कंपनियों के विषय में भी जानकारी मांगी जिसमें इजहार अंसारी निदेशक हैं।
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बता दें गुरुवार को ईडी ने इजहार के बैंक खातों को लेकर भी पूछताछ की। ईडी को शक है कि जेएसएमडीसी से कम दर में आवंटित कोयले की कालाबाजारी कर दी गई। ईडी सूत्रों के अनुसार इजहार अंसारी ने पूजा सिंघल के करीबी सीए सुमन कुमार को भी कोल आवंटन के एवज में कमीशन दिया था। इजहार अंसारी के मोबाइल फोन में सुमन कुमार का नंबर सीएमओ के नाम से सेव था। पूछताछ में पूर्व में भी सुमन कुमार के साथ अपने रिश्तों को लेकर इजहार ने घुमा फिरा कर जवाब दिया।