लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर प्रधानमंत्री ने बिहार के गया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी या बीजेपी तो क्या, खुद बाबा साहेब भी संविधान को नहीं बदल सकते। दरअसल, विपक्ष द्वारा लगातार केंद्र में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी पर संविधान को बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया जाता है। हाल में बीजेपी के अबकी बार 400 पार के नारे को लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव औऱ तेजस्वी यादव ने कहा था कि बीजेपी का इरादा संविधान में बदलाव करने का है। प्रधानमंत्री ने इन्हीं आरोपों पर पलटवार किया। पीएम ने कहा कि इसी संविधान से मिली ताकत से गरीब का बेटा प्रधानमंत्री के पद तक पहुंच पाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग संविधान को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं, वे कान खोलकर सुन लें। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने पिछले 3 दशक से लोगों को डराने के लिए भांति-भांति की विकृत कथायें प्रचलित की हैं। लोग कहते थे कि आरएसएस और बीजेपी आये तो देश जल जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 3 दशक में हमने कई राज्यों में सरकार चलाई। अटल जी के समय से ही देश में सत्ता में बदलाव होता रहा है लेकिन इस देश में हमारे कालखंड में सर्वाधिक शांति रही।
उन्होंने कहा कि विपक्ष 30 साल पुराना रिकॉर्ड घुमाते रहते हैं। बीजेपी आगे बढ़ती है तो संविधान को हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं। झूठ फैलाया जाता है। कहा कि हमपर संविधान बदलने का आरोप लगाते हैं लेकिन मोदी या बीजेपी तो क्या, खुद बाबा साहेब भी संविधान नहीं बदल सकते। लंबे समय तक गहन चिंतन-मंथन के बाद संविधान बना है। पीएम ने कहा कि विपक्ष को सनातन को गाली देना बंद कर देना चाहिए। जो लोग ऐसा करते हैं वे कान खोलकर सुन लें। संविधान सभा में 90 फीसदी सनातनी थे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद संविधान को राजनीतिक हथियार नहीं बल्कि श्रद्धा के रूप में देखा जाना चाहिए।