बहानगा ट्रेन हादसे में लापता हुए यात्रियों की तलाश के लिए जहां जोर-शोर से तलाश जारी है, वहीं ओडिशा में अब इस मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस ने मांग की है कि दर्दनाक ट्रेन हादसे में मरने वालों की वास्तविक संख्या को छुपाया नहीं जाना चाहिए और इसे सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध कराया जाना चाहिए। कांग्रेस के मुताबिक, पहले भी कई ट्रेन हादसे हो चुके हैं और सच हमेशा लोगों के सामने रखा गया है। लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार इसे दबाने की कोशिश क्यों कर रही है।
कांग्रेस विधायक अधिराज पाणिग्रही ने कहा कि लोग कह रहे हैं कि मरने वालों की संख्या सहित कई तथ्यों को दबाया जा रहा है। यह राजनीति का मामला नहीं है, लेकिन कई चीजें सार्वजनिक डोमेन में नहीं लाई जा रही हैं।
पाणिग्रही के मुताबिक कई स्थानीय लोगों और कांग्रेस की टीमों का दावा है कि कई बोगियों में लाशें हैं और उन्हें बचाए जाने की जरूरत है। मरने वालों की सटीक संख्या घोषित की जानी चाहिए।
इधर, कांग्रेस को जवाब देते हुए बीजेपी और बीजेडी ने कहा कि पीड़ितों के बचाव और इलाज के लिए हर संभव कदम उठाए गए हैं। बीजेपी विधायक भूधन मुर्मू ने कहा कि हम विपक्ष को आरोप लगाने से नहीं रोक सकते। डेटा में कुछ बेमेल हो सकता है, लेकिन जो भी घोषणा की गई है वह वैध है। आशंका है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि घायलों में कुछ हताहत हो सकते हैं और कुछ अभी भी फंसे हो सकते हैं।
वहीं, बीजेडी विधायक अमर सतपथी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के सीएम ने ओडिशा सरकार के कदमों की सराहना की है। लापता व्यक्तियों का पता लगाने की जिम्मेदारी संबंधित सरकार की है। राज्य सरकार ही यहां पहचान किए गए शवों के बारे में ही कह सकती है।