वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मनोज आहूजा ने रविवार को ओडिशा के लोक सेवा भवन में ओडिशा के नए मुख्य सचिव का पदभार संभाला। ओडिशा कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी आहूजा ने निवर्तमान मुख्य सचिव प्रदीप जेना की जगह ली है।
आहूजा को कार्यभार सौंपने के बाद प्रदीप जेना ने ट्वीट कर कहा कि मैंने आज दोपहर 3.30 बजे मुख्य सचिव का पदभार छोड़ दिया। मैं 1990 बैच (कलाहांडी के दिनों से) के अपने अच्छे मित्रों में से एक मनोज आहूजा का अपने उत्तराधिकारी सब कलेक्टर धर्मगढ़ के रूप में स्वागत करता हूं और मुझे खुशी है कि आज वे मेरे स्थान पर पदभार संभालेंगे। उन्हें शुभकामनाएं।
ओडिशा के नए मुख्य सचिव का पदभार संभालने के बाद आहूजा के सामने कई कई चुनौतियां हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, आहूजा के सामने मुख्य रूप से बड़ी चुनौतियां होंगी, जैसे- पिछली सरकार की नौकरशाही की खामियों को दूर करना, ओडिया और गैर-ओडिया अधिकारियों के बीच कड़वाहट को खत्म करना और नवगठित भाजपा सरकार द्वारा अपने चुनावी घोषणापत्र में किए गए सभी वादों को पूरा करना।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से ओडिशा लौटे आहूजा के सामने ओडिशा प्रशासन की छवि को सुधारकर उसे नई पहचान दिलाने और ओडिया और गैर-ओडिया अधिकारियों के बीच संतुलन बनाने का कठिन काम होगा। निवर्तमान मुख्य सचिव जेना के बाद आहूजा राज्य प्रशासन में सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। अपने विशाल अनुभव के अलावा, वे कृषि मंत्रालय में सचिव के रूप में कुशलतापूर्वक काम कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजरों में हैं। ऐसी परिस्थितियों में, उम्मीद है कि आहूजा उचित समन्वय के साथ केंद्र से राज्य के लिए और अधिक सहायता लाने में सक्षम होंगे।